हमारे बारे में

विश्वेश्वरैया औद्योगिक एवं प्रौद्योगिक संग्रहालय,बेंगलूर (वीआईटीएम),भारत सरकार, सांस्कृतिक मंत्रालय के अधीन कार्यरत राष्ट्रीय वैज्ञानिक संग्रहालय परिषद की संवैधानिक संस्था है जिसकी स्थापना भारत रत्न सर एम.विश्वेश्वरय्या के स्मरणार्थ की थी। कब्बन पार्क के प्रशांत परिक्षेत्र में 4000 फूट के भव्य भवन में विभिन्न औद्योगिक उत्पाद तथा इंजनों के संस्थापन के साथ 14.07.1962 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने इसका उद्घाटन किया था। ‘इलेक्ट्रिसिटी’ पर आधारित वीआईटीएम की प्रथम गैलरी 27.07.1965 को पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री एवं भारत रत्न इंदिरा गांधी जी के करकमलों द्वारा जनसाधारण को समर्पित की थी।

वीआईटीएम में मोबाइल एप्प सुविधा के साथ डाइनोसार कोर्नर तथा 1.1 स्कैल की उडान अनुकृति के साथ ‘ राइट ब्रथर्स’ उडान ‘ किट्टी हॉक ’ उपलब्ध हैं जो आगंतुकों को मनमोहक एवं मनोरंजक अनुभव प्रदान करता है। संपूर्ण एशिया में एकल स्थान में उपलब्ध वीआईटीएम के भूगोल पर विज्ञान में विशाल प्रदर्शन प्रणाली अपनाई गई है जिसके द्वारा भूगोल के जीवंत डाटा को परिवर्तित करते हुए मनमोहक जीवंत ग्लोब के माध्यम से मल्टीमीडिया प्रोजक्टर द्वारा वातवारण,समुद्र एवं ग्रहों के भ्रमण पथ का वर्णन के साथ-साथ गतिशील तथा जीवंत प्रतिबिंब प्रदर्शित किया जाता है। वीआईटीएम में इंजन हाल, मजेदार विज्ञान,इलक्ट्रोटेकनीक, मानव सेवा के लिए अंतरिक्ष-आविर्भूत प्रौद्योगिकी, जैवप्रौद्योगिकी क्रांति, बीईएल – इलेक्ट्रॉनिक्स का हाल, विद्यार्थियों के लिए विज्ञान जैसे 7 स्थाई प्रदर्शनी हाल्स उपलब्ध हैं।

सन 1982 एवं 1993 के बीच में एनसीएसएम ने 1984 में गुलबर्गा (कर्नाटक) ,1987 में तिरुनेलवेली में तथा 1993 में तिरुपति में तीन और विज्ञान केंद्रों की स्थापना की जो सीधे वीआईटीएम के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य कर रहे हैं। अत: वीआईटीएम दक्षिण अँचल का मुख्यालय बन गया है।

वीआईटीएम के पास एक मोबाइल वैज्ञानिक प्रदर्शनी है जिसमें 24 सहभागी प्रदर्शक एक बस में संस्थापित किए गए हैं। इसकी शुरुआत सन 1970 में की गई थी जो समूचे दक्षिण भारत का भ्रमण करती रहती है। इसके साथ-साथ वीआईटीएम द्वारा विद्यालयों में विज्ञान की शिक्षा प्रदान करने हेतु विद्यार्थियों के लिए विज्ञान निदर्शक व्याख्यान, शौकीन केंद्र,गगन निरीक्षण कार्यक्रम, विख्यात वैज्ञानिक व्याख्यान एवं अध्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे कार्यक्रम तथा वैज्ञानिक मेला, वैज्ञानिक संगोष्ठियाँ, तारागृह कार्यक्रम, वैज्ञानिक नाटक मेला, कथा-कथन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की विशेष उपलब्धियों के स्मरणार्थ विशेष कार्यक्रम जैसे विभिन्न शिक्षा-विस्तारक गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है। इस समयावधि में वीआईटीएम में प्रथम एचएएम रेडियो स्टेशन की स्थापना भी की गई है जो बच्चों के लिए ही नहीं बडों के लिए भी दीवानगी बनकर उभर रहा है।

वर्ष 2014-15 के दौरान स्वर्ण-जयंती मनाते समय वीआईटीएम बेंगलूर शहर के समूचे लोगों को आकर्षित करते हुए महान विभूति के रूप में खडा है और इसके आगंतुकों का पदचिह्न एक अरब को छू रहा है। यह बहुत बडे गौरव की बात है कि पिछले 50 वर्षोँ के दौरान संग्रहालय के आगंतुकों की संख्या चार करोड पार कर चुकी हैं।

एनसीएसएम ने दक्षिण अँचल में नए विज्ञान केंद्र खोलने का दायित्व वीआईटीएम को सौंपा है। इसके अनुक्रम में धारवाड एवं कोयम्बत्तूर में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र तथा पुतुच्चेरी में उप-क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र एवं तारागृह विकसित करते हुए संबंधित राज्य सरकार/केंद्र- शासित प्रदेश को सौंप दिया गया। ये सभी नए केंद्र कलात्मक प्रदर्शकों से सुसज्जित हैं तथा यहाँ विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दिखाने तथा बाह्य स्कूल मोड में विज्ञान सीखने का अवसर प्राप्त होता है। हाल ही में वीआईटीएम को मैसूर में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र स्थापित करने का दायित्व सौंपा गया है।

अब तक वीआईटीएम ने बच्चों तथा बडों में वैज्ञानिक अध्ययन में रुचि उत्पन्न करने तथा शुद्ध विज्ञान के कैरियर की ओर उन्हें प्रोत्साहित करने के लक्ष्य को साकार करने का सफल प्रयास किया है। यह इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है कि वीआईटीएम द्वारा मार्गनिर्देशित कई प्रतिभासंपन्न विद्यार्थी-गण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के अपने कैरियर में नई ऊँचाइयों को छू लिया है।

Trip advisor : Certificate of Excellence – 2018


प्रदर्शन समय

जनसाधारण को सहर्ष सूचित किया जाता है कि विऔप्रौसं की दीर्घाएँ 01.07.2019 से प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को रात्रि 08.00 बजे तक खुली रहेंगी ।

सोमवार से शुक्रवार : सुबह 9.30 बजे से शाम 06 बजे तक

पूरे वर्ष के दौरान सभी दिनों में खुला रहेगा। (केवल गणेश चतुर्थी एवं दीपावली को छोडकर)

कार्यालय का कार्य समय : सुबह 9.30 बजे से शाम 6 बजे तक

वीआईटीएम,बेंगलूर तथा डीएससी,गुलबर्गा के लिए राजपत्रित छुट्टियों की सूची

प्रवेश शुल्क :

  • सामान्य आगंतुक : रू.75/-
  • संगठित स्कूल समूह : रू.30/-
  • संगठित सरकारी / मुनिसिपल स्कूल समूह : रू.10/-
  • वैध बीपीएल कार्ड की प्रस्तुति पर बीपीएल श्रेणी : – रू.5/-
  • जनसाधारण के लिए 3 डी शॉ : रू.40/-
  • संगठित स्कूल समूह के लिए 3 डी शॉ : रू.30/-
  • संगठित सरकारी / मुनिसिपल स्कूल समूह के लिए 3 डी शॉ : रू.15/-
  • जनसाधारण के लिए तारामंडल : रू.10/-
  • संगठित स्कूल समूह के लिए तारामंडल : रू.10/-

स्थान

कब्बन पार्क के प्रशांत परिक्षेत्र में कस्तुर्बा रोड पर संग्रहालय स्थित है जो विधान-सौधा उच्च न्यायालय जैसे राज्य सरकारी भवनों से घिरे हुए हैं। यह सिटी रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैंड से केवल 5 कि.मी.दूर है।

बस रूट्स
# 150, 154, 155, 291, 293 & 294 सी

  • संगठित सरकारी / मुनिसिपल स्कूल समूह के लिए तारामंडल : रू.10/-
  • जनसाधारण के लिए एसडीएल : रू.10/-
  • संगठित स्कूल समूह के लिए एसडीएल : रू.10/-
  • संगठित सरकारी / मुनिसिपल स्कूल समूह के लिए एसडीएल : रू.5/-
  • जनसाधारण के लिए एसओएस (भूगोल पर विज्ञान) : रू.40/-
  • संगठित स्कूल समूह के लिए एसओएस (भूगोल पर विज्ञान) : रू.30/-
  • संगठित सरकारी / मुनिसिपल स्कूल समूह के लिए एसओएस (भूगोल पर विज्ञान) : रू.15/-
  • जनसाधारण के लिए राइट ब्रथर्स की वायुयान अनुकृति : रू.60/-
  • संगठित स्कूल समूह के लिए राइट ब्रथर्स की वायुयान अनुकृति : रू.60/-
  • संगठित सरकारी / मुनिसिपल स्कूल समूह के लिए राइट ब्रथर्स की वायुयान अनुकृति : रू.60/-

वर्दीयुक्त थलसेना, नौसेना, वायुसेना एवं पुलीस कार्मिक तथा शारीरिक अपंग एवं 5 साल से कम उम्रवाले बच्चों के लिए संग्रहालय में प्रवेश नि:शुल्क है।

संपर्क-सूचना :

दूरभाष : 91 – 080 – 22866200
निदेशक का कार्यालय : 91 – 080 – 22864114
टेलीफ़ैक्स : 91 – 080 – 22864009
ई मेल : vitmuseum@gmail.com

विऔप्रौसं की कार्यकारी समिति के सदस्यों की सूची

योजना और कार्यक्रम समिति (पीपीसी) विऔप्रौसं, बैंगलूरु के सदस्यों की सूची